मोनू सिंह
सरोजिनी नगर। राजधानी की नवनियुक्त नगर पंचायत बंथरा में नगर पंचायत के चुनाव होने हैं हालांकि अभी तारीख की घोषणा नहीं हुई है फिर भी कई दावेदार मैदान में दिखाई दे रहे हैं,

लेकिन मौजूदा ग्राम प्रधान कमला सिंह चौहान पत्नी स्वर्गीय बृजभान सिंह चौहान के प्रतिनिधि एवं सुपुत्र संजय सिंह महाबली की ज़मीनी पकड़ के मामले में कोई भी उनके नज़दीक नही दिखायी दे रहा है।
संजय सिंह महाबली ने 5 साल सरकार की सारी योजनाओं का लाभ ग्रामवासियों को पहुचाने में अहम भूमिका निभायी है। संजय सिंह महाबली का चेहरा आज कहीं भी परिचय का मोहताज नही हैं क्यूँकि इनके पिता स्वर्गीय ब्रजभान सिंह चौहान बंथरा के लगातार 45 साल प्रधान रहे।
उनके देहांत होने के बाद उनकी राजनीतिक विरासत को बहुत ही अच्छी तरीक़े से संभालते हुए उनके सुपुत्र संजय सिंह महाबली ने ज़मीनी पकड़ इतनी मज़बूत करी कि महिला सीट होने पर अपनी माता जी कमला सिंह को चुनाव लड़वा कर अर्धशतक लगाया और अपने स्वर्गीय पिताजी के आशीर्वाद से अपने पिता की अधूरी अर्धशतक 50 साल की प्रधानी संचालित करना उनके सुपुत्र ने पूरी करी।
उनकी समाजसेवी छवि की लोकप्रियता का पता इसी बात से लगाया जा सकता है कि ग्राम प्रधानी का कार्यकाल खत्म होने के 2 साल बाद भी लोगों का आवागमन उनके कार्यालय पर बन्द नही हुआ।
कोरोना काल में ग्राम पंचायत सहित दूसरे तमाम क्षेत्रीय जरूरतमंदों के लिए हमेशा हर तरीके से उनकी मदद करके श्री सिंह ने अपने राजनीतिक जीवन में संघर्षों का एक नया अध्याय जोड़ा। काम करने का तरीक़ा लोगों को इतना भाया कि हमीरपुर निवासी कार्तिकेय गुप्ता उम्र 10 साल ने अपने गुल्लक की राशि 1100/- का योगदान किया था।
भारतीय जनता पार्टी से जुड़े संजय सिंह महाबली ने सक्रिय राजनीति में कदम 1996 में रखा जब सुरेश चंद्र तिवारी को पहली बार कैंट विधानसभा का टिकट मिला तब से वह लगातार विधायक के कंधे से कंधा मिलाते हुए विधायक प्रतिनिधि के तौर पर काम कर रहे थे।
इसी के साथ संजय सिंह महाबली भारतीय जनता पार्टी लखनऊ के नगर उपाध्यक्ष किसान मोर्चा 2008 में बनाए गए।
अपने पद पर तैनात होने के बाद 2015 में ग्राम प्रधान के चुनाव जीतने के बाद सरोजिनी नगर में 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में जब अखिलेश यादव की सरकार थी तब कोई प्रधान नज़र नही आया तब संजय सिंह महाबली पहले प्रधान थे जिन्होंने खुले आम भारतीय जनता पार्टी का झंडा उठा कर सरोजिनी नगर विधानसभा में स्वाति सिंह को विजयी बनाने में अहम भूमिका निभायी थी।