आज के समय में अनियमित खानपान की वजह से ब्लड शुगर के रोगियों की संख्या दिनोदिन बढती जा रही है।
लेकिन कुछ ऐसे उपाय हैं जिनसे हम इसे पूरी तरह से
नियंत्रित कर सकते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही साधारण मगर
असरदार उपाय बताने जा रहे हैं जिनसे पूरी तरह से स्वस्थ रहेंगे।
क्या है ब्लड शुगर
ब्लड शुगर को हिंदी में मधुमेह रोग कहते हैं।
हम भोजन के रूप में जो कुछ भी खाते हैं, हमारे शरीर को ऊर्जा उसी से प्राप्त होती है। दरअसल हमारी बॉडी, पचे हुए भोजन में से निकली शुगर को ऊर्जा में बदल देती है और शुगर को ऊर्जा में बदलने का कार्य हमारी बॉडी में मौजूद इंसुलिन करता है।
इसुंलिन एक ऐसा हॉर्मोन है, जो हमारी बॉडी में बनता ही इसलिए है,
ताकि हमारी बॉडी में ब्लड शुगर के लेवल को
कंट्रोल करने में मदद कर सके। इंसुलिन का निर्माण हमारे शरीर में अग्नाशय या पैंक्रियाज नामक ग्रंथि में होता है।
इसुंलिन हमारी बॉडी में शुगर को खून में मिलने से रोकता है,
जिससे शुगर हमारे खून तक नहीं पहुंच पाती और
शुगर हमारे शरीर की कोशिकाओं में ही स्टोर होकर रह जाती है।
लेकिन जब हमारे शरीर में इंसुलिन कम हो जाता है या इंसुलिन बनना ही बंद हो जाता है, तो शुगर आसानी से हमारे खून में मिल जाती है,
जिससे ब्लड शुगर का लेवल बढ़ जाता है। दरअसल मधुमेह रोग होने पर रोगी के शरीर में या तो इंसुलिन बनना बंद हो जाता है या फिर हमारी बॉडी की कोशिकायें इंसुलिन के प्रति संवेदनशील नहीं रह जातीं।
घरेलू उपाय
- अंजीर के पत्ते – डायबिटीज के इलाज में अंजीर के पत्तों
का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें मधुमेह विरोधी गुण होते हैं,
जिससे ब्लड शुगर का लेवल कम करने में मदद मिलती है।
अंजीर के पत्तों को खाली पेट चबाने या पानी में उबाल कर पीने से मधुमेह कंट्रोल रहता है। - मेथी – डायबिटीज के रोगियों के लिए मेथी बहुत फायदेमंद होती है।
- आंवला – आंवला सबसे शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है।
इसका उपयोग आयुर्वेद में विषाक्त पदार्थ को खत्म करने और ऊतकों को पोषण देने के लिए किया जाता है।
यह विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से समृद्ध है।
मधुमेह के इलाज और इसे नियंत्रण में रखने के लिए एकदम सही है। इसमें क्रोमियम, कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन
पर्याप्त मात्रा में होते हैं, जो शरीर में इंसुलिन को अवशोषित करने
और ब्लड शुगर लेवल को निंयत्रित करने में मदद करते हैं।
यह भी पढें:- अदरक के इन गुणों को नहीं जानते हैं आप, इसमें छिपा है सेहत का खजाना - त्रिफला चूर्ण – यह आयुर्वेदिक मिश्रण एक इम्यूनिटी बूस्टर है और पाचन के लिए भी बहुत अच्छा है।
शुगर के रोगियों के लिए ये एक आयुर्वेदिक दवा है।
इसमें पाए जाने वाले तत्व ब्लड शुगर के लेवल को नियंत्रित करने में मददगार हैं।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण शरीर के ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद करती है। - दालचीनी – एक अन्य प्राकृतिक जड़ी-बूटी जो मधुमेह नियंत्रण के लिए इस्तेमाल की जाती है, वो है दालचीनी।
यह अपने आप में ब्लड प्रेशर को कम करने
और डायबिटीज से लडऩे में मदद करने के लिए जानी जाती है।
भोजन के बाद ब्लड शुगर में कमी और आपकी इंसुलिन संवेदनशीलता को भी बढ़ाती है।
इसके अलावा यह एक कार्डियो टॉनिक भी है
जो हाई ब्लड प्रेशर से ग्रस्त रोगियों और आयुर्वेद में डायबिटीज के उपचार में मददगार है।
ब्लड शुगर में क्या करें
ब्लड शुगर को नियंत्रण में लाने के लिए आयुर्वेद में कुटकी,
पुनर्नवा, गुडची और शारदुनिका के मिश्रण का उपयोग किया जाता है।
रात को तांबे के बर्तन में एक कप पानी में ये मिश्रण मिलाएं और सुबह उठकर पी जाएं।
ताजे फल, सब्जी और कड़वे फल खा सकते हैं।
ब्लड शुगर को स्थिर करने के लिए सुबह खाली पेट गर्म हल्दी वाला पानी पीएं।
शुगर को नियंत्रित करने के लिए अदरक की चाय पीना भी एक प्राकृतिक तरीका है।
ब्लड शुगर को लाइफस्टाइल से करें नियंत्रित
हम आपकी सुविधा हेतु ब्लड शुगर रोगियों के लिए
आहार तालिका बता रहे हैं, जोकि एक प्रकार से डायबिटीज डाइट चार्ट वेजीटेरियन है,
इनका अनुसरण अवश्य करें।
1. प्रतिदिन सुबह उठने के बाद आधा चम्मच मेथी चूर्ण को एक गिलास पानी के साथ सेवन करें।
इसके अलावा रातभर पानी में भिगोकर रखे हुए जौ का पानी आप सुबह छानकर पिएं।
2. जौ का पानी पीने के लगभग एक घण्टे पश्चात शुगर फ्री चाय के साथ आप कम मीठे वाले बिस्कुट सेवन कर सकते हैं।
बिस्कुल 2 या 3 से अधिक न लें।
3. ब्रेकफास्ट में आप एक कटोरी के लगभग अंकुरित अनाज का सेवन करें। इसके अलावा आप आधा गिलास दूध,
लेकिन बिना मलाई वाला पिएं।
केवल दूध पीना पसंद नहीं है, तो आप एक से दो कटोरी
दलिया खायें या ब्रेड में आप केवल ब्राउन बेड ही सेवन करें।
दो परांठे खायें, लेकिन तेल में बने हुए परांठे नहीं खाने हैं,
केवल सादे खाने हैं। एक कटोरी दही का सेवन करें।
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4. दोपहर के समय भोजन करने के लगभग आधा या
एक घंटे पूर्व एक अमरूद, संतरा, सेब और पपीता जरूर खायें।
इसके बाद आपको दो रोटी खानी है,
चावल आप एक छोटी कटोरी लें, एक कटोरी ही दाल लें,
एक कटोरी सब्जी के साथ एक कटोरी दही व एक प्लेट सलाद का सेवन करें।
5. शाम के समय ग्रीन टी पिएं(बिना शक्कर वाली) और कम मीठे वाले
बिस्कुट या फिर ऑप्शन में कोई बेक्ड स्नेक्स का सेवन कर सकते हैं।
6. रात की डाइट में आप केवल दो रोटी और एक कटोरी
के बराबर सब्जी का सेवन करें।
इसके अलावा सोने से पूर्व एक गिलास हल्दी वाला दूध पिएं।