लखनऊ। आजकल भू माफियों के हौसले किस तरह से बुलंद हैं इसकी नजीर राजधानी लखनऊ में देखी जा सकती है। बीती 14 दिसंबर की रात अंसल थानांर्तगत मस्तेमऊ गांव में विवादित भूमि पर पिंटेल बिल्डर ने सडक बनाने के लिए गिट्टी व डस्ट डालकर रास्ता बना लिया। सड़क निर्माण की खबर पाकर
जब पीडित किसान ने डायल 112 व अंसल थाने को खबर की तो किसान को कोई मदद नहीं मिली। पीडित ने अगले दिन पुलिस कमीश्नर डीके ठाकुर, डीसीपी सुरेश चंद्र रावत आदि से मिल की घटना की लिखित रूप से शिकायत की जहां से पीडित को सिर्फ कार्यवाई का आश्वासन मिला। मामले में अब तक कोई भी पुलिस के द्वारा कार्यवाई नहीं की गई।
पीडित ने बताया कि तहसील दिवस में शिकायत करने पर उपजिलाधिकारी मोहनलाल गंज ने राजस्व टीम को मौके पर भेजकर जानकारी करावाई जहां पर राजस्व टीम ने बताया कि उक्त पिंटेल बिल्डर के दृवारा कई अनियमितताएं की गईं है। मौके पर मौजूद सरकारी खलिहान, चकरोड, तालाब, जंगल पर बिल्डर ने कब्जा कर लिया है।
आपको बता दें कि जिलाधिकारी ने मोहनलालगंज तहसील के मस्तेमऊ गांव में संपूर्ण जमीनों के संबंध में एसडीएम मोहनलालगंज को तत्काल जांच करने का आदेश दिया।
इसके बाद एसडीएम ने राजस्व टीम गठित कर राजस्व निरीक्षक गोसाईगंज पूर्णिमा तिवारी लेखपाल आनंद श्रीवास्तव विवेक बहादुर सिंह कमलेश कुमार महताब अली देवी प्रसाद को मस्तेमऊ में सरकारी जमीनों पर हुए अवैध कब्जे की जांच करने के लिए भेजा।
राजस्व टीम द्वारा मस्तेमऊ गांव में पूरा दिन पैमाइश जांच के दौरान सरकारी चक मार्ग के बीच गाटा संख्या सरकारी नाली की भूमि के 16 गांटों के साथ ही खलिहान व सुरक्षित जंगल की भूमि की जांच की शुरुआती जांच के दौरान बड़े स्तर पर सरकारी जमीनों पर पिंटेल पार्क सिटी कंपनी द्वारा पक्की सड़क का निर्माण पाया गया व अन्य जमीन 9 का समतलीकरण किया गया है।
मोहनलालगंज एसडीएम विकास सिंह के मुताबिक अब तक जो जांच हुई है उसमें बिना अनुमति बिल्डर द्वारा सरकारी भूमि पर सड़क बनाने की बात सामने आई है बिल्डर को नोटिस भेजा जा रहा है। नोटिस भेजने के बाद आगे की कार्यवाई की जायेगी।